उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव सिर पर हैं और ऐसे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ज्यादा अलर्ट हो गया है ताकि चुनाव में पैसे का गलत इस्तेमाल रोका जा सके. इस कड़ी में सपा नेताओं पर छापेमारी के बाद गुरुवार को कानपुर के इत्र कारोबारी के घर पर छापेमारी की गई और वहां जो हुआ उसे देखकर आयकर विभाग की टीम भी दंग रह गई.

150 करोड़ से ज्यादा की रिकवरी
कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के घर से करीब 150 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं जिनकी गिनती अब खत्म हो गई है. नोटों के बंडलों की गड्डी इतनी थीं कि छापे मारने पहुंचे अधिकारी गिनते-गिनते थक गए और 15 मशीनें मंगवानी पड़ीं. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के अध्यक्ष विवेक जौहरी के अनुसार, छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं.

विभाग के मुताबिक जानकारी मिली थी कि गोयल की कंपनी त्रिमूर्ति फ्रेग्रेन्स बिना इनवॉयस या टैक्स भुगतान के काम कर रही थी. इसके बाद उनके 3 ठिकानों की तलाशी ली गई और लगभग 150 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए. सीबीआईसी के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी वसूली है, हालांकि अभी तक इस केस में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इतनी बड़ी रिकवरी के बाद विभाग के रकम ले जाने के लिए 25 बॉक्स मंगाने पड़े जिन्हें ट्रक में लादकर ले जाया गया है.

फर्जी टैक्स इनवॉइस का मामला
छापेमारी के मामले में जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया है. इसमें बताया गया कि 22 दिसंबर को त्रिमूर्ति फ्रेग्रेन्स लिमिटेड में छापेमारी की गई थी. यही कंपनी शिखर ब्रांड से पान मसाला बनाती है और कंपनी के ऑफिस, गोदाम और ट्रांसपोर्ट नगर में छापे मारे गए थे. इन पर फर्जी कंपनियों के नाम पर टैक्स इनवॉइस जारी करने का आरोप था.

अधिकारियों ने फैक्ट्री के बाहर चार ट्रकों को सीज किया है और गणपति रोड करियर्स से 200 फर्जी इनवॉइस भी बरामद हुई हैं. ट्रांसपोर्टर के पास से 1.01 करोड़ रुपये सीज किए गए हैं. कानपुर के अलावा कन्नौज में भी छापेमारी की गई है. नकदी गिनने के लिए स्टेट बैंक के अधिकारियों की मदद ली जा रही है. साथ ही नगदी को सीज कर सीजीएसटी के सेक्शन 67 के तहत कार्रवाई की जाएगी.

कौन है पीयूष जैन?
बता दें कि आनंदपुरी निवासी पीयूष जैन मूल रूप से कन्नौज के छिपट्टी के रहने वाले हैं. कन्नौज में उनका एक घर, परफ्यूम फैक्ट्री, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप भी है. पीयूष जैन का मुंबई में एक घर, हेड ऑफिस और शोरूम भी है. उनकी कंपनियां भी मुंबई में ही रजिस्टर्ड हैं. छापेमारी गुरुवार सुबह कानपुर, मुंबई और गुजरात में एक साथ शुरू हुई थी.