महाराष्ट्र की रहने वाली कल्पना अच्युत ने 53 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास की है. जब वह महज 16 साल की थीं तो उनके पिता का असमय निधन हो गया था. जिसके बाद परिवार बेहद बुरे आर्थिक संकट से घिर गया. जिसके चलते कल्पना को पढ़ाई छोड़नी पड़ी.

इसके बाद उन्होंने नौकरी शुरू की और फिर एक दिन शादी हो गई. कल्पना घर-परिवार की जिम्मेदारियों में ऐसी खोईं कि पढ़ाई का सपना कहीं पीछे छूट गया. देखते ही देखते 37 साल लंबा वक्त बीत गया. लेकिन साल 2021 में उन्हें एक सरकारी स्कीम की जानकारी मिली.

जिसके तहत उन्हें 10वीं की परीक्षा देने का मौका मिल सकता था. ट्रेनिंग और किताबों का खर्च सरकार देती है. कल्पना के लिए यह अपना एक पूराना सपना जीने का मौका था. उन्होंने एक स्कूल में दाखिला ले लिया. कल्पना ने दिसंबर 2021 से स्कूल जाना शुरू कर दिया.

लेकिन इस बारे में परिवार में किसी को नहीं बताया. कल्पना के बेटे प्रसाद जम्भाले पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. वह उस वक्त आयरलैंड में थे. बेटे की शादी की तारीख के ठीक बाद कल्पना की 10वीं की परीक्षा थी. ऐसे में उन्होंने दोनों की तैयारियां एक साथ की.

उनके बेटे प्रसाद जम्भाले को काफी समय तक मां की पढ़ाई के बारे में पता नहीं चला. जब वह मां से बात करने की इच्छा जाहिर करते तो घर वाले कह देते कि वह वॉक पर गई हैं. इस बात की जानकारी कल्पना के पति और घर पर रह रहे दूसरे बेटो को भी नहीं थी. हालांकि उन्हें बाद में पता चल गया.

कल्पना अच्युत ने बेटे की शादी की तैयारी के बीच 10वीं की परीक्षा की पढ़ाई की. इसके बाद भी 10वीं में उनके में 79.60 प्रतिशत मार्क्स आए. उन्होंने साबित किया कि उम्र तो महज एक संख्या है. अगर पढ़ाई का ख्वाब है तो इसे कभी भी पूरा किया जा सकता है.

इस वाकये की जानकारी बाद में कल्पना के बेटे प्रसाद ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर एक प्यारा सा नोट लिखकर दी. उन्होंने लिखा कि मेरी मां ने 37 साल के बाद एसएससी (10वीं) की परीक्षा पास की. मां की उम्र जब सिर्फ 16 साल थी तो उनके पिता का निधन हो गया था. जिसके चलते घर संभालने के लिए उन्हें पढ़ाई छोड़कर काम करना पड़ा.

प्रसाद जम्बाले ने लिखा कि उनकी मां पिछले साल सरकारी स्कूल में कुछ काम से गई थीं. इस दौरान स्कूल टीचर ने उन्हें फिर से पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. साथ ही सरकारी स्कीम के बारे में भी बताया. जिसमें सरकार ट्रेनिंग और स्टडी मैटेरियल का खर्च देती है.

जिसके बाद उनकी मां ने दिसंबर 2021 से दोबारा स्कूल जाना शुरू कर दिया. प्रसाद ने आगे लिखा कि उन्हें अपनी मां पर हमेशा गर्व है. अब उन्होंने मेरे दिमाग में हमेशा के लिए यह बात बैठा दी है कि पढ़ाई कभी बंद मत करो. यहां तक कि भले ही उम्र 53 साल हो गई हो.

INPUT : NEWS 18