फिल्म ‘आदिपुरुष’ के डॉयलाग और दृश्यों को लेकर नाराजगी के कारण नेपाल ने सोमवार को राजधानी काठमांडू और पर्यटन नगरी पोखरा में सभी हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगा दिया. इस फिल्म के संवादों पर नेपाल में विवाद बढ़ गया है, जिसमें सीता को ‘भारत की बेटी’ बताया गया है.

काठमांडू के 17 सिनेमा हॉल में पुलिस को को यह तय करने के लिए तैनात किया गया कि वहां कोई हिंदी फिल्म नहीं दिखाई जाए. काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने रविवार को कहा कि काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी में किसी भी हिंदी फिल्म को तब तक चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि आदिपुरुष के डॉयलाग ‘जानकी भारत की एक बेटी है’ को न केवल नेपाल में बल्कि भारत में भी हटा दिया जाता है.

काठमांडू के मेयर के मुताबिक आदिपुरुष को उसके संवाद को हटाए बिना स्क्रीनिंग करने से बहुत बड़ा नुकसान होगा. जबकि पोखरा मेट्रोपोलिस के मेयर धनराज आचार्य ने कहा कि आदिपुरुष का प्रदर्शन सोमवार से रोक दिया गया. नेपाल में हिंदुओं की आबादी लगभग 80 प्रतिशत है.

उनका मानना है कि सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था. जो कभी राजर्षि जनक के अधीन मिथिला साम्राज्य का हिस्सा था. सीता को ‘जानकी’ के नाम से जाना जाता है. क्योंकि उन्हें राजा जनक ने गोद लिया था और उनकी बेटी के रूप में उनका पालन-पोषण किया था. जनकपुर में शानदार जानकी मंदिर है. जो मिथिला की बेटी सीता को समर्पित है और दुनिया भर में हिंदुओं द्वारा पूजनीय देवी मां है.

गौरतलब है कि 2018 में नेपाल की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानकी मंदिर की यात्रा की और रामायण तीर्थ में दो महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने वाली अयोध्या-जनकपुर बस सेवा का भी उद्घाटन किया. जनकपुर को न केवल सीता की जन्मभूमि माना जाता है, बल्कि वह स्थान भी माना जाता है यहीं पर शिव धनुष टूटा और भगवान राम और सीता का विवाह हुआ था.

बहरहला जैसे ही विवाद बढ़ा, आदिपुरुष के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने रविवार को कहा कि फिल्म के निर्माताओं ने ‘कुछ संवादों को बदलने’ का फैसला किया है. इस बहुभाषी फिल्म के हिंदी डॉयलाग और गीत लिखने वाले शुक्ला ने कहा कि बदले हुए संवाद इस हफ्ते तक फिल्म में जोड़ दिए जाएंगे.

INPUT : NEWS 18