जिले के रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में दिव्यांग नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के बाद निजी क्लीनिक में गर्भपात कराये जाने का मामला प्रकाश में आया है।

इस संबंध में पीड़िता के फर्द बयान के आधार पर रुन्नीसैदपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके आधार पर बुधवार को पीड़िता का न्यायालय में फर्द बयान कराया गया। जहां न्यायालय के आदेश पर पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है।

सदर अस्पताल में कार्यरत एक महिला चिकित्सक के निजी क्लीनिक का भी खुलासा हुआ है, जहां नाबालिग दिव्यांग को बहला-फुसला कर इलाज के बहाने गर्भपात करा दिया गया था। घटना की जांच को लेकर टाउन सर्किल इंस्पेक्टर द्वारा भी मामले की जांच की गई है।

पीड़िता के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री नाबालिग होने के साथ साथ दिव्यांग भी है। आरोपी ब्रजेंद्र मोहन ठाकुर उर्फ छोटू ठाकुर ने अपनी पत्नी प्रभा देवी का ऑपरेशन कराया था। उसकी देख भाल करने के लिए उनकी दिव्यांग नाबालिग पुत्री को नौकरानी के रूप में काम करने के लिए अपने घर ले गया था।

इसी दौरान आरोपी छोटू ठाकुर के द्वारा नाबालिग दिव्यांग के साथ बहला फुसलाकर यौन शोषण किया जा रहा था। इससे नाबालिग दिव्यांग गर्भवती हो गई, तो गर्भपात करवा दिया। इस मामले में महिला थाना अध्यक्ष ने केस लेने के बजाय डांट कर पीड़िता को भगा दिया। बाद में एसपी के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।

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