शहर के चकमहिला स्थित श्री राम जानकी मंदिर सह चक्र ऋषि आश्रम में श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन कथावाचन से पूरा इलाका भक्तिमय रहा।कथावाचक व्यास गायत्री देवी ने कहा कि परमात्मा ऐसा दिन ना आए कि किसी से मांगना पड़े।

कहा कि सुदामा कृष्ण मिलन प्रसंग पर कथा सुनाते हुए कहा कि जो जैसा कर्म करेगा, परमात्मा उसे वैसा ही देगा। जो परमात्मा को देंगे वह वही लौटाता है। परमात्मा को श्रद्धा, स्नेह, भक्ति पैसा जो भी देंगे, परमात्मा बढ़ाकर अपने भक्त को लौटाता है।

गरीबी से जूझ रहे सुदामा को उसकी पत्नी शुशीला ने अपने मित्र राजा श्री कृष्ण के। पास जाने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया। कहा कि मैं कम करूंगा, मैं कुछ मांगूंगा नहीं। अरे द्वारपालो… कन्हैया से कह दो- उसका सखा सुदामा द्वार पर आया है प्रस्तुत कर भावविभोर किया।

मौके पर महंत राम कुमार दास, शिवशक्ति महिला मंडल की सदस्य, राम नगीना महतो, महेंद्र प्रसाद, विजय पंडित, राम कुमार पंडित समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे। हवन एवं महा भंडारा के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।