प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सरदारधाम द्वारा आयोजित ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट (जीपीबीएस) का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश को जब आज़ादी मिली थी तब सरदार साहब ने जो कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है. हमें बस अपने दिमाग और संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आने वाले 25 सालों के लिए जब हम एक संकल्प के साथ निकले हैं तो हमें सरदार साहब की इस बात को भूलना नहीं चाहिए.

रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला भी देश के साथ

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 

MSME से जुड़े करोड़ो रोजगार बचाए गये

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान हमें अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है. लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ो रोजगार बचाए गये. आज ये सेक्टर नये रोजगार का तेजी से निर्माण कर रहा है.

कहा कि मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को भी अपना बिजनेस करने का हौसला देने का काम कर रही है, जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे. स्टार्ट अप इंडिया से वो इनोवेशन और टैलेंट भी आज यूनिकॉर्न के सपने साकार होते देख पा रहे हैं, जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था. पीएम मोदी ने आगे कहा कि रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करने लगा है. पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है. कुछ दिन पहले ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है.