सीतामढ़ी में शहर के युवाओं द्वारा शुरू की गई रोटी बैंक को सौ दिनों से अधिक हो चुका है। अब तक हजारों फ़ूड पैकेट बांटा जा चुका है। प्रतिदिन रात को खाने के लिए जरूरतमंद साढ़े नौ बजने का इंतजार करते रहते है।

रोटी बैंक के सदस्य मयंक सुन्दरका ने बताया कि शुरुआत में 40 से 50 फ़ूड पैकेट का वितरण किया जाता था। अब 100 पैकेट का वितरण होता है। रोटी बैंक को सौ दिन से अधिक हो चुके है। लोगों से सहयोग भी मिल रहा है।

बुधवार को डुमरा के रहने वाले एक दंत चिकित्सक रौनक मंजीत में अपने जन्मदिन पर एक रात का खाना अपनी ओर से बंटवाया। उन्होंने कहा कि यह काफी अच्छी शुरुआत है। उन्हें यहां आकर काफी अच्छा लगा। उन्होंने रोटी बैंक के सदस्यों को इस कार्य के शाबाशी दी है।

आपको बता दें कि रोटी बैंक की शुरुआत संस्कार भरतिया, मयंक सुंदरका, विनय हिसारिया और रोशन गोयल ने संयुक्त रूप से मिलकर की थी। सभी सदस्य रात के समय जंक्शन पर गरीब और असहाय लोगों के बीच खाना वितरण करते हैं। इस खाने का खर्च किसी के सहयोग से या फिर खुद से वहन करते है।

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