हम सभी नए साल की ओर आगे बढ़ रहे हैं. सभी को नए साल से नई खुशियों की उम्मीद है. ऐसे में पीएम मोदी ने भी अपनी सरकार को नए ढंग से चलाने की उचित व्यवस्था की है और इस साल के आखिरी मंत्रिपरिषद की बैठक में अपनी सरकार के कामकाज की समीक्षा की. पीएम ने एक बैठक कर अपने मंत्रियों को कई दिशा-निर्देश दिए. पीएम ने कहा कि आप अपने मंत्रालय के बारे में जो भी फैसला ले रहे हैं वो जल्दी लें उसको लटकाएं नहीं. पीएम ने मंत्रियों से कहा कि मंत्रालय में क्या नया किया जा सकता है, इसको लेकर नए आईडियाज पर काम करें.

पीएम ने मांगी मंत्रियों की रिपोर्ट
लगभग 6 घंटे तक चली मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 10 मंत्रियों से उनके विभागों के बारे में जानकारी ली. जानकारी के क्रम में मंत्रियों से पूछा गया कि उनके मंत्रालय की जो भी योजना है, उसकी साल की शुरुआत में और अब साल के अंत मे क्या प्रगति है. इन 10 मंत्रियों में कुछ कैबिनेट स्तर के थे, वही कुछ मंत्री राज्य स्तर के भी थे.

अब बदल गया है मंत्रालयों के काम करने का फॉर्मेट
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने पहले से चले आ रहे ढर्रे को बदल दिया है. अब राज्य मंत्रियों को भी अपने मंत्रालय में अहम भूमिका हो गई है. उनको भी कैबिनेट की छोटी-छोटी कमेटियों में जिम्मेदारी दी जा रही है. इस बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियो से ये भी पूछा कि मंत्रालय और सरकार के कामकाज को जमीन पर उतारने और लोगों तक पहुंचाने के लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं? गरीब और कमजोर लोगों तक इन योजनाओं का लाभ कैसे पहुंचे, इसके लिए आपने और आपके मंत्रालय ने क्या-क्या कदम उठाएं है?

मंत्रियों को दिए सख्त आदेश
इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने पहले की चिंतन बैठकों का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने उन चिंतन बैठकों में जो फैसला हुए थे, उसको लेकर मंत्रियो ने क्या-क्या किया, उसकी भी जानकारी मांगी. इसके अलावा पीएम ने ये भी जानना चाहा कि जिन आईडियाज पर पिछली बैठकों में चर्चा हुईं, उसको लेकर मंत्रियो ने अपने मंत्रालय में क्या-क्या किया? पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा मंत्री उस सोच का त्याग करदें जिसमें उन्हें लगता है कि काम पुराने ढर्रे से काम चलता है. पीएम ने आगे कहा कि नए साल में नए आइडियाज के साथ काम करने की जरूरत है.