अल्पसंख्यक एकता मंच के जिला अध्यक्ष मो० मुर्तुजा के अध्यक्षता में आजाद चौक से मेहसौल चौक तक जनसंवाद आक्रोश मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया।

मेहसौल रेलवे ओभर ब्रिज का निर्माण अब तक नहीं होने पर आक्रोशित अनशनकारी ने कहा कि 19 नवम्बर 2019 को जब जिला समाहर्ता के आदेश व डीडीसी प्रभात कुमार, एडीएम मुकेश कुमार एवं बाजपट्टी के पूर्व विधायक रंजू गीता ने तीन महिना में सभी समस्याओं को दूर कर मेहसौल रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन देकर अनशन तोड़वाया गया था लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। अनशनकारी व जिलावासियों के साथ धोखा दिया गया है।

मेहसौल रेलवे ओवरब्रिज नहीं होने से रेलवे गुमटी 24 घंटे में लगभग 18 घंटे जाम के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। यह मेहसौल रेलवे ओवर ब्रिज (पहुच पथ) शहर का प्रमुख लाईन लाईफ सड़क होने के बावजुद परेशानियों का दंश झेल रहे लोगों की अनदेखी की जा रही है। परोसी देश नेपाल के अलावा कई जिलों को जोड़ने वाली सड़क पर रेलवे गुमटी के कारण लोगों को सामना करना पड़ रहा है।

मंच के संस्थापक गो० तनवीर अहमद ने कहा कि मेहसौल रेलवे ओभर ब्रिज निर्माण कार्य लगभग 9 वर्षों से अधर में लटका हुआ है जिससे आये दिन जाम से आम जनता को फाफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

इसी कठिनाई को दूर करने के लिए अनशानकारी मंच के संस्थापक मो० तनवीर अहमद, जिलाध्यक्ष मो० मुर्तुजा, प्रदेशा संगठन प्रभारी सह जिला पार्षद सागीर साह, महिला जिला अध्यक्ष आबादी खान ने 12 नवम्बर 2019 से 19 नवम्बर 2021 तक यानी आठ दिन तक अपने जान को जोखिम में डालकर मुख हड़ताल किया था।

आंदोलनकारियों ने कहा कि अगर 20 जनवरी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो अल्पसंख्यक एकता मंच के नेता व कार्यकर्ता सभी के सहयोग लेक कर तीसरी बार फारवरी शुरुआत में अनिश्चितकालिन भुखा हड़ताल पर बैठे।

इस मार्च में शामिल जिला संयोजक मो० मजीबुल रहमान, युवा जिला अध्यक्ष मो० महफुज छत्र जिला अध्यक्ष मो० इरफान डुमरा प्रखण्ड अध्यक्ष अली राज, यथाहा प्रखण्ड अध्यक्ष फिरोज खान दुवा अध्यक्ष मोठ सब्बीर अंसारी, मो० दबीर आलम, मो० एकराम, मो० छोटे गो० ताहिर, मो० सब्दुला साह, मो० अयुब सुरसंड प्रयाण्ड अध्यक्ष मो० मकसूद, अकबर अली, नरेश साह, संजीव कुमार, सहित दर्जनों लोग शामिल थे।