लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर बिहार के दो हवाई अड्डों पर विमान सेवा शुरू की जा सकती है. मुजफ्फरपुर और रक्सौल में एयरपोर्ट चालू होने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. उम्मीद है कि इसी साल से मुजफ्फरपुर के पताही हवाई अड्डे से उड़ान भर सकते हैं.

एयरपोर्ट अथॉरिटी इंडिया की टीम के दौरे के बाद काम में तेजी आ गयी है. विमानन कंपनी के अधिकारी व कर्मी भी शहर में कैंप किए हुए. यह टीम रक्सौल भी जा रही है. वहां पर भी एयरपोर्ट चालू कराने की तैयारी चल रही है. 60 किलोमीटर के रेंज के यात्री का सर्वे होगा.

एएआइ से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद दोनों जगहों के लिए इनफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने को लेकर एक्शन प्लान बन गया है. विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट पर काम प्रारंभ करने से पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी से सुरक्षा कवर कराने का अनुरोध किया है.

मुजफ्फरपुर में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के इस दौरान से चर्चा तेज हो गई है. ऐसा माना जा रहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मुजफ्फरपुर के बंद पड़े पताही हवाई अड्डे से फ्लाइट की उड़ान का सपना साकार हो सकता है.

पताही हवाई अड्डे को प्राथमिकता के तौर पर शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इसी बीच इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर इस हवाई अड्डे की स्थिति देखने पहुंचे. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारी कैप्टन संजय मिश्रा और अश्विनी एस ठाकरे शामिल थे.

साथ ही अन्य अधिकारियों की टीम ने निजी विमान कंपनी के प्रतिनिधियों संग एयरपोर्ट से उड़ान की संभावना को जांचा. उन्होंने यहां अपना दो दिवसीय दौरा पूरा कर लिया है. टीम जांच के बाद दिल्ली लौट गई है. जल्द ही वह अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को देंगे.

जानकारी के अनुसार रनवे का पैमाइश हो गया है. फिलहाल 3990 फुट के रनवे का इस्तेमाल होगा. विमानन कंपनी की टीम ने रनवे के बारे में जो रिपोर्ट दी है. वह उत्साहजनक है. रनवे पर सिर्फ सेफ्टी लेयर चढ़ा का चालू किया जा सकता है.

पताही हवाई अड्डा से पहले छोटे विमान की सेवा शुरु होगी. जिसका आगे विस्तार होगा. इसके साथ ही माल ढ़ोने वाले कार्गो भी उड़ेगा. इसकी क्षमता एक हजार केजी तक रखने पर विचार चल रहा है. इससे कूरियर आसान और कम समय में होगा. खास कर लीची बाहर भेजने में सहूलियत होगी.

बताया जा रहा है कि काम प्रारंभ करने से पहले सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम होगा. मसलन परिसर में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी. बाउंड्री को मजबूत किया जाएगा. पताही और रक्सौल दोनों हवाई अड्डे पर आधारभूत संरचना खड़ा करने से पहले दोनों जगहों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी.

इन बिंदुओं पर चल रहा काम

रीजनल कनेक्टिविटी व इन्फ्रास्ट्रक्चर की रिपोर्ट

रनवे पर ट्रैफिक कंट्रोल की बनेगी रिपोर्ट

जमीन व रनवे की लेंथ व अन्य जरूरी चीजों की बनेगी रिपोर्ट

एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से टीम का नेतृत्व कर रहे कैप्टन मिश्रा ने बताया कि पताही और रक्सौल हवाईअड्डे को लेकर विमान कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है. फ्लाइट संचालन करने वाली कंपनी के अधिकारियों ने दोनों हवाई अड्डों की स्थिति को देखा है.

कंपनी के साथ मंत्रालय का अनुबंध अगस्त महीने में ही पूरा हो जाएगा. उसके बाद दोनों हवाई अड्डे कंपनी को सौंप दिए जाएंगे. दोनों एयरपोर्ट से विमान सेवा की शुरुआत एक साथ करने का निर्णय मंत्रालय ने लिया है. इस सिलसिले में कागजी प्रक्रिया के साथ-साथ उड़ान की संभावना की भी जांच की गई है.

अब जिस प्रकार से एयरपोर्ट अथॉरिटी के काम में तेजी दिख रही उससे लगता है कि 2024 में पताही हवाई अड्डे से फ्लाइट की उड़ान का सपना साकार हो सकेगा. साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा के दौरान बड़ा ऐलान किया था.

उन्होंने कहा था कि भारत में जल्द ही हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई सफर कर पाएंगे. साथ ही उन्होंने पताही एयरपोर्ट परिसर में कहा था कि मुजफ्फरपुर का बरसों से बंद पताही हवाई अड्डा भी जल्द ही शुरू होगा. हालांकि, 4 साल होने के बावजूद अभी तक मुजफ्फरपुर का पताही हवाई अड्डा शुरू नहीं हो पाया.

INPUT : PRABHAT KHABAR