बिहार में शराबबंदी के बीच अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं, जो सरकार के तमाम दावों पर सवाल खड़े कर देती हैं. इसी कड़ी में जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने एक तस्वीर शेयर कर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने सवाल किया है क्या बिहार में सबके लिए शराबबंदी का अलग-अलग काननू है.

बिहार में शराबबंदी लागू है. बावजूद इसके आए दिन ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं, जो सरकार के तमाम दावों और प्रयासों पर सवाल खड़े कर देती हैं. इसी कड़ी में एक और तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर को जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स) पर शेयर किया है. साथ ही सरकार को कठघरे में खड़ा किया है.

पप्पू यादव लिखते हैं, बिहार में गरीबों के लिए शराबबंदी का अलग काननू है और DMCH के प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग कानून है क्या? इसके आगे वो लिखते हैं, “दरभंगा में ‘पेडिकॉन कांफ्रेंस’ में शराब परोसी जा रही थी. डॉक्टर लोग लुत्फ उठा रहे थे. प्रशासन सोया हुआ था. आखिर कब तक यह चलेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी संज्ञान लें”.

तस्वीरें और वीडियो सामने के बाद दरभंगा पुलिस हरकत में आई

जानकारी के मुताबिक, 15 दिसंबर को DMCH के गेस्ट हाउस में शराब पार्टी हो रही थी. 14-15-16 दिसंबर को दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की तरफ से PEDICON-2023 (डॉक्टर्स कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया गया था. इसमें बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों के डॉक्टर भी शामिल हुए थे.

वायरल फोटो में डीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. केएन मिश्रा भी दिखे

वायरल फोटो में डीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. केएन मिश्रा भी दिखाई दे रहे हैं. तस्वीरें और वीडियो सामने के बाद दरभंगा पुलिस हरकत में आई. मामले की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद डीएमसीएच में छापेमारी की गई. तीन बोतल विदेशी शराब बरामद हुई है. साक्ष्यों की जांच की जाएगी और संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी.