दुनिया में कई बार ऐसे बर्थ केसेस सामने आते हैं, जो लोगों को हैरान कर देते हैं. जुड़वा बच्चे पैदा होना तो अब कॉमन हो चुका है. इसके अलावा कई बार ट्रिप्लेट्स की भी न्यूज आती है. लेकिन पिछले साल मोरक्को में रहने वाले एक कपल ने तब चर्चा पाई थी जब उन्होंने एक साथ नौ बच्चे पैदा किये थे. जी हां, ये दुनिया एक इकलौते नोनुपलेट्स हैं. अब ये सारे बच्चे एक साल के हो चुके हैं. बच्चों के पहले जन्मदिन पर इनके पेरेंट्स ने लोगों के साथ शेयर किया कि इनके जन्म के बाद उनकी लाइफ में क्या-क्या चैलेंज आए हैं. साथ ही कैसे बच्चों के जन्म के बाद से पति-पत्नी की लाइफ बदल गई है?

माली की रहने वाली 27 साल की हलीमा ने पिछले साल एक साथ नौ बच्चों को जन्म दिया था. अब उसके सारे बच्चे सालभर के हो चुके हैं. हलीमा को सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हें सुलाने में होती है. कोई भी एक समय पर नहीं सोता. कोई ना कोई बच्चा जगा रहता है, जिस वजह से हलीमा सालभर से सो नहीं पाई है. इसके अलावा उसके पिता 36 साल के कदर अरबी ने साफ़ कर दिया है कि वो बच्चों के नैपी चेंज नहीं करेगा. इस वजह से हलीमा पर काफी प्रेशर रहता है. बच्चों को बारी-बारी से दूध पिलाने में ही वो थक कर चूर हो जाती है.

बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
हलीमा से पहले सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने का रिकॉर्ड ऑक्टोमम नदया सुलेमान के नाम था. इस महिला ने एक साथ आठ बच्चों को जन्म दिया था. लेकिन हलीमा ने पिछले साल नौ बच्चों को पैदा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला. बच्चो का जन्म वैसे तो मई में हुआ था लेकिन उन्हें अगस्त तक, यानी पांच महीने तक वेंटिलेटर पर रखा गया था. उनकी देखभाल के लिए कई नर्स मौजूद थीं. शुरुआत से ही बच्चों को बोतल से दूध पिलाया जाने लगा था क्यूंकि एक साथ नौ बच्चों को मां का दूध मिल पाना इम्पॉसिबल था. इन नौ बच्चों में पांच बेटी और चार बेटे शामिल हैं.

पालने में आ रही हैं दिक्कत
नौ बच्चों की मां हलीमा ने बताया कि उसके सारे बच्चे स्वस्थ हैं. उन्होंने धूमधाम से सबका जन्मदिन मनाया. लेकिन इन्हें पालने में कई तरह के चैलेंज भी हैं. सभी बच्चों को सुलाने में मां-बाप की हालत खराब हो जाती है. सारे बच्चे एक साथ सोते ही नहीं हैं. अगर कुछ सो जाते हैं तो कोई ना कोई उठा रहता है. हलीमा ने बताया कि उसे तो याद भी नहीं है कि आखिरी बार उसकी नींद कब पूरी हुई थी. बच्चों का पिता अरबी मालियन मिलिट्री में है. इस वजह से वो बच्चों से दूर ही रहता है. अभी तक वो सिर्फ दो बार अपने बच्चों से मिल पाया है. ऐसे में हलीमा कई नर्सेस की मदद से बच्चों की देखभाल कर रही है. सारे बच्चे अलग-अलग नेचर के हैं. कुछ शांत हैं तो कुछ रोने वाले हैं. किसी बच्चे को ज्यादा अटेंशन चाहिए होती है. हलीमा को उम्मीद है कि उसके सारे बच्चे ऐसे ही स्वस्थ रहेंगे.